सोनभद्र- योगी सरकार की तेज तर्रार और ईमानदार आईएएस अफसर रोशन जैकब को ऐसे विभाग की जिम्मेदारी मिली है जिस विभाग के भ्रष्टाचार ने पिछली सरकारों को बदनाम ही नही किया बल्कि सत्ता से दूर भी कर दिया। रोशन जैकब योगी पार्ट वन से बतौर खनन निदेशक और सचिव के रूप में विभाग को संभाल रही है।
ऐसे में खनन विभाग की मुखिया होने के नाते इनकी जिम्मेदारी जहां एक तरफ खनन में भ्रष्टाचार को रोकने की है वही योगी सरकार की छवि को बचाने की भी है। अपने सख्त मिजाज की छवि वाली इस अफसर के लिए प्रदेश में ये कहा जाता है कि ये जिस जिले का दौरा करती है वहां के अवैध धंधे वाले लोग अंडर ग्राउंड हो जाते है और सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है।
दरअसल सोनभद्र में लगातार अवैध परिवहन और परमिट की कालाबजारी की शिकायतों से सरकार की छवि खराब हो रही थी। इधर जिला प्रशासन की कार्यवाही के बावजूद स्थिति सुधर नही रही थी । ऐसे में इस डैमेज को कंट्रोल करने के लिए खनन सचिव को खुद सोनभद्र आना पड़ा। सबसे पहले सचिव ने सोनभद्र में अफसरों, खनन व्यवसायियों और ट्रांसपोर्टरों की एक साथ बैठक बुलाकर समस्याओं को समझा और फिर एक ऐसा प्लान तैयार किया जिसका जबरदस्त असर जिले में दिखने लगा है।
सचिव के प्लान के बाद जिन सड़को पर बालू और गिट्टी की हजारों गाड़ियो की कतारें लगी रहती थी और अवैध परिवहन कराने वालों की बवाल करती भीड़ नजर आती थी अब उन सड़को पर सन्नाटा पसरा है। जिले के अफसर क्रेशरों पर छापेमारी कर अवैध गिट्टी को सीज कर रहे है। अब तक दो दर्जन से अधिक क्रेशरों पर छापेमारी की जा चुकी है। खनन क्षेत्र में इस ताबड़तोड़ कार्यवाही से हड़कंप मच गया है। जिस तरह से सचिव के प्लान का असर जिले में देखने को मिल रहा है उससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय मे जहां एक तरफ खनन के अवैध धंधे से जुड़े लोगों की कमर टूटेगी वही दूसरी तरफ साफ सुथरे व्यवसाइयों और ट्रांसपोर्टरों को एक अच्छा माहौल भी मिल सकेगा।